तो उनको बता दे जब आप किसी ऑफिस या कंपनी में जॉब अप्लाई करेगें तो
जॉब में कई प्रकार के कंप्यूटर ऑपरेटर होते है
जैसे टाइपिंग कंप्यूटर ऑपरेटर अलग होता है, डाटा एंट्री कंप्यूटर ऑपरेटर अलग होता है, ग्राफ़िक डिजाइनिंग के अलग कंप्यूटर ऑपरेटर होते है,
तो यह स्टूडेंट पर निर्भर करता है सोशल मीडिया मैनेज करने के अलग कंप्यूटर ऑपरेटर अलग होते है
आखिर उसने किस तरह के कंप्यूटर ऑपरेटर का कोर्स किया है
कहने का मतलब है हर कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर की जॉब कई प्रकार की हो सकती है
उस ऑफिस या कंपनी को Accountant कंप्यूटर ऑपरेटर चाहिए हो और आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग के कंप्यूटर ऑपरेटर है
तो आप वहां अपर जॉब अप्लाई नहीं कर सकते है क्योंकि आपको ग्राफ़िक डिजाइनिंग के सॉफ्टवेयर पर काम करना आता है Accountant सॉफ्टवेयर पर नहीं
जब आप कंप्यूटर ऑपरेटर का काम सीखे तो आप यह तय कीजिये मुझे किस कंप्यूटर ऑपरेटर जॉब फील्ड में जाना है क्या मुझे ग्राफ़िक डिजाइनिंग का कंप्यूटर ऑपरेटर बनना है
क्या मुझे Accountant का कंप्यूटर ऑपरेटर बनना है,
क्या मुझे टाइपिंग या लीगल डॉक्यूमेंट बनाने का कंप्यूटर ऑपरेटर बनना है